॥ श्रीददगु ार्-अष्टो ष्टोत्तर-शतत-नाम-सााधना ॥ ॥ सं कल्प ल्पः॥ ॐ तत्सत्त् अद्यैतस्य ब्रह्मणोऽऽिह्न-िद्वतीयय-प्रहराद्धेर्द्धेर् श्वेत-वरराह-कल्पे जम्बू-द्वीपेपे भरत-खण्ड ण्डे आयार्वतर् व -देशे वतर् व मान-पुपुण्य-क्षेत्र-किलयु -े गे किल-प्रथथम-चरणे णे शुभसम्वत्सरे स शुभ-मासेसे शु शभ-पक्षे क्ष शुभ-ितथथौ शुभ-ववासरे - अ अहं श्रीदगु ार्-प्रीत्यथर्ं अष्टोत्तर--शत-नामम-मन्त्रैः यथा-शिक्त य िक्त यजनं किरष्ये। ॥ िविनयो योगः॥ ॐ अस्य श्रीदगु ार्-अष्टोत्तर-श अ शत-नाम--माला-मन्त्र न्त्रस्य श्रीननारद ऋिष िषः, गायत्री त्री छन्दः, श्रीदगु ार् देदवता, दं ु वीजं व , ह्री ं शिक्तः, श ॐ कीलकं , श्रीदगु ार्-प्रीत्यथर्ं श्रीदगु ार्-अ अष्टोत्तर-श शत-नाम--पूजने िवििनयोगः॥ ॥ ऋष्याििद-न्यासः॥ श्रीनारद-ऋषये नममः िशरिस,, गायत्री छ छन्दसे नममः मुखे, श्रीद श्र गु ार् देववतायै नममः हृिद, दं ु वीजाय व ननमः गुह्य,े ह्री ह्र ं शक्तयेये नमः पाददयो, ॐ कीलकाय क य नमः नाभ भौ, श्रीदगु ार्-प्रप्रीत्यथर्ं श्रीीदगु ार्-अष्टो ष्टोत्तर-शतत-नाम-पूपूजने िविन िनयोगाय ननमः सवार्ङ्गेङ्गे ॥ षडङ्ग-न्या ष न्यास - कर-न्यास सअंग-न्यास ास ह्रां ह्र ॐ ह्री ं दं ु दगु ार्यै अंगुगष्ठु ाभ्यां ननमः हृददयाय नमःः ह्री ह्र ं ॐ ह्री ं दं ु दगु ार्यै तज जर्नीभ्यां ननमः िशर शरसे स्वाहाा ह्रं ू ॐ ह्री ं दं ु दगु ार्यै मध्यमाभ्य भ्यां नमः िशखायै वषट् व ह्रैंह्र ॐ ह्री ं दं ु दगु ार्यै अनािमक काभ्यां हुम्् कववचाय हुम् म् ह्रौ ह्र ं ॐ ह्री ं दं ु दगु ार्यै किन िनिष्ठकाभ्य भ्यां वौषट् नेत्र-त्रत्रयाय वौषषट् ह्रः ह्र ॐ ह्रीी ं दं ु दगु ार्यै कररतल-कर--पृष्ठाभ्यां फट् अस्त्राय फ फट्
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॥ ध्यानः॥ िस ि हं स्था श शिश-शेखरा ख मरकतत-प्रख्या चचतुिर्भभुजै ज र् ःै । शंशख चक्कर-धनु र ः-श शरांश्च दध धती नेत्रिैिस्त्रिभः स्त्र शोििभता ।। आमुक्तांगगद-हार-क कं कण-रण णत्-काञ्च ञ्ची-क्वणन्-नू - पुरा । दगु ार् दगु िर्ित-हािरणी त णी भवतु वो रत्नोल्लससत्-कु ण्डला ण्ड ।।
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॥ मानस स-पूजनः॥ ॥ उक्त उ प्रक कार ‘ध्यानन’ करने क के बाद माँ दगु ार् का मानिसक म पूजन करेरेॐ लं पृथ्व थ्वी-तत्त्वात्म त्मकं गन्धं न्ध श्रीजगदम्ब दम्बा-दगु ार्-प्रीतये समपर् स यािम ननमः। ॐ हं आक काश-तत्त्व त्त्वात्मकं पुष्पं ष्प श्रीजगगदम्बा-दगार् गु -प्रीतये समपर्यािम िम नमः। ॐ यं वायुयु-तत्त्वात्म त्मकं धूपं श्रीजगदम्ब श्र म्बा-दगु ार्-प्रीतये प्री घपार्ार्यािम नममः। ॐ रं अिग्न िग्न-तत्त्वात्म त्मकं दीपं श्रीजगदम्ब श्र म्बा-दगु ार्-प्रीतये प्र दशर् शर्यािम नममः। ॐ वं जल ल-तत्त्वात्म त्मकं नैवेद्य श्रीजगदम्ब म्बा-दगु ार्-प्रीतये िननवेदयािम ननमः। ॐ सं सवर्वर्-तत्त्वात्म त्मकं ताम्बूलंल श्रीजगददम्बा-दगार् गु ार्-प्रीतये समपर् स यािमम नमः। िवल्व, ि कुकङ्कङ्कु म , कु ङ्कुम िमिश्रतत अक्षत ततथा सुगिन्धत िन्ध पुष्प से अचर्ना करे ॥ ॥ ित्र-बीज ीज-युक्त चतु च थ्यन्त र् अष्टोत्तरर-शत-नाममावली॥ ॐ ह्री ं दं ु श्रीसत्यै पूजयािम नमः॥ न ॐ ह्री ं दं ु श्रीसाध्व्यै व्य पूजयािम िम नमः॥ ॐ ह्री ं दं ु श्रीभव-प्री प्रीतायै पूजयािम ज नममः॥ ॐ ह्री ं दं ु श्रीभवान्यै न्यै पूजयािम िम नमः॥ ॐ ह्री ं दं ु श्रीभव-मो मोिचन्यै पूूजयािम नम नमः॥ ॐ ह्री ं दं ु श्रीआयार्यैयै पूजयािम िम नमः॥ ॐ ह्री ं दं ु श्रीदगु ार्यै पूजयािम नमः॥ ॐ ह्री ं दं ु श्रीजयायै पूजयािमम नमः॥ ॐ ह्री ं दं ु श्रीआद्यायैयै पूजयािम िम नमः॥ ॐ ह्री ं दं ु श्रीित्र-नेत्रायै त्र पूजयािम य नमः॥ ॐ ह्री ं दं ु श्रीशूल-ध धािरण्यै पूूजयािम नम नमः॥ ॐ ह्री ं दं ु श्रीिपनाक क-धािरण्ये ण्य पूजयािम िम नमः॥ ॐ ह्री ं दं ु श्रीिचत्रायैयै पूजयािम िम नमः॥
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ॐ ह्री ं दं ु श्रीचण्ड-घघण्टायै पूजयािम ननमः॥ ॐ ह्री ं दं ु श्रीमहा-ततपायै पूजयािम जय नममः॥ ॐ ह्री ं दं ु श्रीमनो-रुरुपायै पूजयािम जय नममः॥ ॐ ह्री ं दं ु श्रीबुद्धयै पूपजयािम नमः॥ न ॐ ह्री ं दं ु श्रीअहंकारायै ा पूजयािम य नमः॥ ॐ ह्री ं दं ु श्रीिचत्त-रुरुपायै पूजयािम ज नममः॥ ॐ ह्री ं दं ु श्रीिचतायैयै पूजयािम िम नमः॥ ॐ ह्री ं दं ु श्रीिचत्यै पूपजयािम नमः॥ न ॐ ह्री ं दं ु श्रीसवर्-मन्त्र-मय्यै म पूपजयािम नमः॥ ॐ ह्री ं दं ु श्रीिनत्यायैयै पूजयािम िम नमः॥ ॐ ह्री ं दं ु श्रीसत्याननन्द-स्वरुििपण्यै पूज जयािम नममः॥ ॐ ह्री ं दं ु श्रीअनन्त न्तायै पूजयाािम नमः॥॥ ॐ ह्री ं दं ु श्रीभािवन्य न्यै पूजयािम िम नमः॥ ॐ ह्री ं दं ु श्रीभाव्याययै पूजयािम िम नमः॥ ॐ ह्री ं दं ु श्रीअभव्य व्यायै पूजयािम य नमः॥ ॐ ह्री ं दं ु श्रीसदा-गगत्यै पूजयािम य नमः॥ ॐ ह्री ं दं ु श्रीशाम्भव्य व्यै पूजयाििम नमः॥ ॐ ह्री ं दं ु श्रीदेव-मा मातायै पूजयािम ज नममः॥ ॐ ह्री ं दं ु श्रीिचन्तायैयै पूजयािम िम नमः॥ ॐ ह्री ं दं ु श्रीरत्न-प्रययायै पूजयािम य नमः॥ ॐ ह्री ं दं ु श्रीसवर्-िवद्यायै िव पूजयािम ज नममः॥ ॐ ह्री ं दं ु श्रीदक्ष-क कन्यायै पूजयािम ज नममः॥ ॐ ह्री ं दं ु श्रीदक्ष-ययज्ञ-िवनािश िशन्यै पूजययािम नमःः॥
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ॐ ह्री ं दं ु श्रीअपणार्ार्यै पूजयाििम नमः॥ ॐ ह्री ं दं ु श्रीअनेक-वणार् - यै पूजयािम ननमः॥ ॐ ह्री ं दं ु श्रीपाटलाायै पूजयाििम नमः॥ ॐ ह्री ं दं ु श्रीपाटलाावत्यै पूजयािम य नमःः॥ ॐ ह्री ं दं ु श्रीपटाम्ब म्बर-परीधाननायै पूजययािम नमः॥ ॐ ह्री ं दं ु श्रीकल-ममञ्जीर-रिञ्ज िञ्जन्यै नमः॥ ॐ ह्री ं दं ु श्रीअमेय-िवक्रमायै य पूजयािम िम नमः॥ ॐ ह्री ं दं ु श्रीक्रूरायै पूजयािम नमः॥ ॐ ह्री ं दं ु श्रीसुन्दयैर् पूजयािमम नमः॥ ॐ ह्री ं दं ु श्रीसुर-सुन्दयैर् न्द पूजयािम य नमः॥ ॐ ह्री ं दं ु श्रीवन-दगार् गु यै पूजयािम य नमः॥ ॐ ह्री ं दं ु श्रीमातं गयै पूजयािम िम नमः॥ ॐ ह्री ं दं ु श्रीमतं ग-ममुिन-पूिजतायै िज पूज जयािम नममः॥ ॐ ह्री ं दं ु श्रीब्राह्मयै पूजयािमम नमः॥ ॐ ह्री ं दं ु श्रीमाहेश्वयैर्य पूजयािम िम नमः॥ ॐ ह्री ं दं ु श्रीऐन्द्रयै पूजयािम नमः॥ ॐ ह्री ं दं ु श्रीकौमायैर्यैर् पूजयािम िम नमः॥ ॐ ह्री ं दं ु श्रीवैष्णव्यै पूजयािम िम नमः॥ ॐ ह्री ं दं ु श्रीचामुण्डायै ण्ड पूजयािम य नमः॥ ॐ ह्री ं दं ु श्रीवाराह्यै ह्य पूजयािम िम नमः॥ ॐ ह्री ं दं ु श्रीलक्ष्म्यै पूजयािम नमः॥ ॐ ह्री ं दं ु श्रीपुरुषाक कृ त्यै पूजयािम य नमः॥ ॐ ह्री ं दं ु श्रीिवमलाायै पूजयािािम नमः॥
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ॐ ह्री ं दं ु श्रीउत्किर्िर्षण्यै पूजयािम य नमः॥ ॐ ह्री ं दं ु श्रीज्ञानायैय पूजयािम िम नमः॥ ॐ ह्री ं दं ु श्रीिक्रयायैयै पूजयािम िम नमः॥ ॐ ह्री ं दं ु श्रीसत्यायैयै पूजयािम िम नमः॥ ॐ ह्री ं दं ु श्रीबुिद्धदाायै पूजयाििम नमः॥ ॐ ह्री ं दं ु श्रीबहुलायैयै पूजयािम िम नमः॥ ॐ ह्री ं दं ु श्रीबहुल-ििप्रयायै पूूजयािम नम नमः॥ ॐ ह्री ं दं ु श्रीसवर्-वाहनायै वा पूूजयािम नम नमः॥ ॐ ह्री ं दं ु श्रीिनशुम्भ-शु म्भ म्भ-हहनन्यै पूज जयािम नममः॥ ॐ ह्री ं दं ु श्रीमिहषास ासुर-मिर्दन्यै न्य पूजयाििम नमः॥ ॐ ह्री ं दं ु श्रीमधु-कटभ-हन्त्र्य कै त्र्यै पूजयािम िम नमः॥ ॐ ह्री ं दं ु श्रीचण्ड-ममुण्ड-िवननािशन्यै पूजयािम नमः॥ न ॐ ह्री ं दं ु श्रीसवार्सुर-िवनाशा र ायै पूजयािािम नमः॥ ॐ ह्री ं दं ु श्रीसवर्-दानव-घाित दा ितन्यै पूजययािम नमः॥ ॐ ह्री ं दं ु श्रीसवर्-शास्त्र-मय्यै श य्यै पूजयािम िम नमः॥ ॐ ह्री ं दं ु श्रीिवद्यायैयै पूजयािम िम नमः॥ ॐ ह्री ं दं ु श्रीसवार्स्त्र-धािरण्यै स्त्र ण्यै पूजयािम िम नमः॥ ॐ ह्री ं दं ु श्रीअनेक-शस्त्र-हस्त स्तायै पूज जयािम नममः॥ ॐ ह्री ं दं ु श्रीअनेकास्त्र-िवधा ा ािरण्यै पूज जयािम नममः॥ ॐ ह्री ं दं ु श्रीकु मायैर्यैर् पूजयािमम नमः॥ ॐ ह्री ं दं ु श्रीकन्यायैयै पूजयािम िम नमः॥ ॐ ह्री ं दं ु श्रीकै शोयैर्यैर् पूजयािम िम नमः॥ ॐ ह्री ं दं ु श्रीयुवत्यै पूजयािम नमः॥
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ॐ ह्री ं दं ु श्रीयत्यै पूजयािम नमः॥ न ॐ ह्री ं दं ु श्रीअप्रौढा ढायै पूजयाािम नमः॥॥ ॐ ह्री ं दं ु श्रीप्रौढायैय पूजयािमम नमः॥ ॐ ह्री ं दं ु श्रीवृद्ध-ममातायै पूजयािम ज नममः॥ ॐ ह्री ं दं ु श्रीबल-प्रप्रदायै पूजयािम य नमःः॥ ॐ ह्री ं दं ु श्रीमहा-देदेव्यै पूजयािम य नमः॥ ॐ ह्री ं दं ु श्रीमुक्त-क के श्यै पूजयािम ज नममः॥ ॐ ह्री ं दं ु श्रीघोर-रुरुपायै पूजयािम य नमःः॥ ॐ ह्री ं दं ु श्रीमहा-बबलायै पूजयािम ज नममः॥ ॐ ह्री ं दं ु श्रीअिग्न-ज्व ज्वालायै पूपजयािम ननमः॥ ॐ ह्री ं दं ु श्रीरौद्र-मुमुख्यै पूजयािम य नमः॥ ॐ ह्री ं दं ु श्रीकाल-ररात्र्यै पूजयािम य नमःः॥ ॐ ह्री ं दं ु श्रीतपिस्व स्वन्यै पूजयािम या नमः॥॥ ॐ ह्री ं दं ु श्रीनारायण्य ण्यै पूजयाािम नमः॥॥ ॐ ह्री ं दं ु श्रीभद्रकााल्यै पूजयािम य नमः॥ ॐ ह्री ं दं ु श्रीिवष्णु-मायायै पूजयािम ननमः॥ ॐ ह्री ं दं ु श्रीजलोददयैर् पूजयाििम नमः॥ ॐ ह्री ं दं ु श्रीिशव-ददूत्यै पूजयािम य नमः॥ ॐ ह्री ं दं ु श्रीकराल्यै ल्यै पूजयािम िम नमः॥ ॐ ह्री ं दं ु श्रीअनन्त न्तायै पूजयाािम नमः॥॥ ॐ ह्री ं दं ु श्रीपरमेश्वयैर् श्व पूजयाििम नमः॥ ॐ ह्री ं दं ु श्रीकात्याययन्यै पूजयािम य नमः॥ ॐ ह्री ं दं ु श्रीसािवत्र्यै त्र्यै पूजयािम िम नमः॥
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ॐ ह्री ं दं ु श्रीप्रत्यक्षाायै पूजयाािम नमः॥॥ ॐ ह्री ं दं ु श्रीब्रह्म-ववािदन्यै पूजयािम ज नममः॥
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