आ ग काचारय ाा चत ु ी शंकाचारय भज गोंम म (संक क ृ त) का ं प अन ा ुा
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प स नने के रे रा लक कजरे ) ुनने
भज गो गोम ं म , भज गोंम म , गोंम म भज , म ढ़मते; ूढ़मते अत समर वराकण ान से ा कभी न क सकते. भज गो गोम ं म , भज गो गोम ं म , गोंम म भज , म ढ़मते. [1] ूढ़मते सप एकत कने क त षणा मन म नं खो , ृषणा मन मेनत नत से धन पैा ा कके , अपना जीन स खी खो. ुखी भज गो गोम ं म , भज गो गोम ं म , गोंम म भज , म ढ़मते. [2] ूढ़मते ेख के ना के अंग को , मत अपना मन चाओ , खा , मांस का तन ण भ का , इस को मन म ोाओ. भज गो गोम ं म , भज गो गोम ं म , गोंम म भज , म ढ़मते. [3] ूढ़मते जीन प भ का ै जैसे कम पात प पानी ै , अंका , ख , ोग से पीड़त , सब क र कानी ै. ुख भज गो गोम ं म , भज गो गोम ं म , गोंम म भज , म ढ़मते. [4] ूढ़मते जब तक घ म धन ाते ो , सब पा ेम कता ै , कारा के जजय ोने प , कोई साथ नं ता ै. भज गो गोम ं म , भज गो गोम ं म , गोंम म भज , म ढ़मते. [5] ूढ़मते
जब तक जीन तब तक सब क क छ जाती ै , ूछ ु श ेम प पत के ाण नक जाने प , पी उस से भर खाती ै खाती ै. भज गो गोम ं म , भज गो गोम ं म , गोंम म भज , म ढ़मते. [6] ूढ़मते खेक क बचपन बीता , ना का संग ै रौन म , ू म दाथा म चतार , भ . ु को समर नं जीन म ृदाथा भज गो गोम ं म , भज गो गोम ं म , गोंम म भज , म ढ़मते. [7] ूढ़मते प , औ कां से पी आरी , ु कां से आरा जग म त ुम ो कौन ? कां से आरे? इसको तो क ु छ सोचो भाई. भज गो गोम ं म , भज गो गोम ं म , गोंम म भज , म ढ़मते. [8] ूढ़मते ससंग से ाग पैा ा ो , ाग से नम मे, नम ाा आम ान ो ान ो , आम ान से म ड़ मे. ुड़ भज गो गोम ं म , भज गो गोम ं म , गोंम म भज , म ढ़मते. [9] ूढ़मते काम ासना मटे उ से , बन पानी ताब मटे, धन के बन पा मटे ै , आम ान से जगत मटे. भज गो गोम ं म , भज गोंम म , गोंम म भज , म ढ़मते. [10] ूढ़मते
धन , रौन , शड़ प गय लर ? इनको समर न कता ै , जग माराी र जो जाने, ह उसी को म जाता ै. भज गो गोम ं म , भज गोंम म , गोंम म भज , म ढ़मते. [11] ूढ़मते स ब , शाम , स , सत ऋत ुब ु , ा , स आते-जाते , इसी त से जीन जाता , इछा प णय न क पाते . ूणय भज गो गोम ं म , भज गोंम म , गोंम म भज , म ढ़मते. [12] ूढ़मते लर धन क , पी क चता , लरा नं कोई ामी उनका , ससंग तीन ोक म , भसाग तने क नौका. भज गो गोम ं म , भज गोंम म , गोंम म भज , म ढ़मते. [13] ूढ़मते केश बे, बखे बखे रा म ं ुिड़त िड़त , भगा कपे, ेश अनोखा , पेट पाने के सब साधन , ेख इसे भी लर अनेखा. भज गो गोम ं म , भज गोंम म , गोंम म भज , म ढ़मते. [14] ूढ़मते पके बा , ीण अं ीण अंग ैै , ांत नं, क म िा ै, िंिा ब पे न म धा ै. र ात , प , आशा के पाश से बं धा ूढ़ेढ़पन भज गो गोम ं म , भज गोंम म , गोंम म भज , म ढ़मते. [15] ूढ़मते
पे के नीचे आग जारे, ा समर स से सक ु ा , भीख ाथ म टन म , घ स , फ भी मन इछा से जका. ुटन भज गो गोम ं म , भज गोंम म , गोंम म भज , म ढ़मते. [16] ूढ़मते ान के के रा जारे, ृत को लखे , रा गंगासाग म ान न ो तो सब मत कते , सौ जम म ड़ न पारे. म ुड़ भज गो गोम ं म , भज गोंम म , गोंम म भज , म ढ़मते. [17] ूढ़मते े अकेा ा , ैागी ागी ो , धन तज धती प सो जारे , म म रा पे के नीचे, सभी जग आनं पारे. भज गो गोम ं म , भज गोंम म , गोंम म भज , म ढ़मते. [18] ूढ़मते गा रोग म रा ो भोगी , आस अथा नास ै, जसका मन ै गा ह म त ै , आनंत त ै. , आनंत भज गो गोम ं म , भज गोंम म , गोंम म भज , म ढ़मते. [19] ूढ़मते जसने भग गीता को पढ़ , गंगाज भड़ का परा ै , रम भी उसक के न चचाय , जसने गों नाम रा ै. भज गो गोम ं म , भज गोंम म , गोंम म भज , म ढ़मते. [20] ूढ़मते
जीना , मना , गभय म ना , बा -बा इस जग म आना , क ा! भ साग से म छ ुा! ु ाना. ृ पा को े क ृ षण म भज गो गोम ं म , भज गोंम म , गोंम म भज , म ढ़मते. [21] ूढ़मते पाप , प र से अग े जो , अपना मन रोग म गारे, ुर थ से टे पने , बच जैसा आनं पारे. भज गो गोम ं म , भज गोंम म , गोंम म भज , म ढ़मते. [22] ूढ़मते कौन ै माता ? पता कौन ै ? म कौन ? कां से आरे? न समझ क संसा सा रागे , उसे सब त असा पारे . भज गो गोम ं म , भज गोंम म , गोंम म भज , म ढ़मते. [23] ूढ़मते षण म ? ु सभी के अ ैै तब वरथय ोध लर कते ो त ु म समान -चत समश ोक , लर न षण म ? ु क त बनो त ुम भज गो गोम ं म , भज गोंम म , गोंम म भज , म ढ़मते. [24] ूढ़मते श ु, म , प ु औ भाई , भा खो सबसे समता का ; ख़ जो न खारे , राग को उस अानता का. ु को सब म भज गो गोम ं म , भज गोंम म , गोंम म भज , म ढ़मते. [25] ूढ़मते
काम , ोध , ोभ , मो छोो , ‘म ू ?’ चाो इसको , कौन ?’ आम -ान से त म खय जो , े जाते सभी नकय नकय को. ूखय भज गो गोम ं म , भज गोंम म , गोंम म भज , म ढ़मते. [26] ूढ़मते स नाम षण म , उसक छ प रान गाओ , ु के जपो त ु म म ग़ब क धन से क , सजनता को मन म ाओ. भज गो गोम ं म , भज गोंम म , गोंम म भज , म ढ़मते. [27] ूढ़मते ोग से पीड़त ोते ो , स ुख के रे भोग जो कते ; सब का मण स नत जग म , फ भी पाप को न रागते . ुनत भज गो गोम ं म , भज गोंम म , गोंम म भज , म ढ़मते. [28] ूढ़मते नत सोचो धन ुख ेता ै , धन के ाा स ुख नं पाते, सभी जानते धनी ोग तो अपने प से घबाते. ु भज गो गोम ं म , भज गोंम म , गोंम म भज , म ढ़मते. [29] ूढ़मते भोजन , ाणाराम उचत क , सा चाो ेक से त म , ुम जपक भ म. त ु का नाम ेम से , रान गाओ समाध म ुम. भज गो गोम ं म , भज गोंम म , गोंम म भज , म ढ़मते. [30] ूढ़मते
ग ु चण का आर ेक , भ साग से त ुम त जाओ , तन , मन , इरां श म कके , अपने भ ु केके शयन पाओ. भज गो गोम ं म , भज गोंम म , गोंम म भज , म ढ़मते. [31] ूढ़मते भज गो गोम ं म , भज गोंम म , गोंम म भज , म ढ़मते; ूढ़मते मन म भ ु को रा फकरे बन , भ -साग से नं तते. भज गो गोम ं म , भज गोंम म , गोंम म भज , म ढ़मते. [32] ूढ़मते --0--